tag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post982149020861607101..comments2024-01-19T12:34:07.432+04:00Comments on भूली-बिसरी यादें : "आत्महत्या समस्या का समाधान नहीं है" Rajendra kumarhttp://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-81000150272063343562015-02-08T17:34:26.921+04:002015-02-08T17:34:26.921+04:00Bahut gyanwardhak lekh chitta Ko santulan me rakhn...Bahut gyanwardhak lekh chitta Ko santulan me rakhne ki prerna milti hai, abhar kumar sbmahmud alamnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-79861928314756510232014-01-20T18:06:04.625+04:002014-01-20T18:06:04.625+04:00सच आत्महत्या समस्या का समाधान नही है ...
प्रेरक प्...सच आत्महत्या समस्या का समाधान नही है ...<br />प्रेरक प्रस्तुति। कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-7765199548025913932014-01-19T07:33:50.555+04:002014-01-19T07:33:50.555+04:00बहुत ही बेहतरीन संदेश,आत्महत्या किसी समस्या का समा...बहुत ही बेहतरीन संदेश,आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नही होता। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06468244652179550907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-44286349216853977812014-01-15T16:34:27.842+04:002014-01-15T16:34:27.842+04:00सामान्य मानसिक अवस्था में कोई भी आत्महत्या नहीं कर...सामान्य मानसिक अवस्था में कोई भी आत्महत्या नहीं करता है, कुछ ऐसी परिस्थिति आती होगी जब ज़िन्दगी मौत से कठिन लगती होगी. इस जन्म की समस्याओं से घबरा कर आत्महत्या कर लिया और मरने के बाद इससे भी बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़े तो ... बेहतर है समस्याओं का सामना डट कर करना चाहिए और बहुत कुछ वक़्त पर छोड़ देना चाहिए.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-34613769457652981052014-01-14T17:27:25.860+04:002014-01-14T17:27:25.860+04:00समस्या सेभाग कर जान देना आत्म हत्या है जो सर्वथा अ...समस्या सेभाग कर जान देना आत्म हत्या है जो सर्वथा अनुचित है और कायरता पूर्ण भी। पर जीवित कार्य पूर्ण हो जाने की सोच कर जो शरीर त्याग होता है उसे समाधि कहते हैं जैसे हमारे कई संतों ने किया। Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-89953382430677612102014-01-14T13:47:33.016+04:002014-01-14T13:47:33.016+04:00बहुत सारगर्भित और विचारोत्तेजक आलेख...बहुत सारगर्भित और विचारोत्तेजक आलेख...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-89217631505234851712014-01-14T10:17:13.194+04:002014-01-14T10:17:13.194+04:00आपकी बात से सहमत हूँ ... आत्म्हत्य किसी भी समस्या ...आपकी बात से सहमत हूँ ... आत्म्हत्य किसी भी समस्या का समाधान नहीं है ... <br />आगे बढ़ के हिम्मत से काम लेना ही समस्या का समाधान खोजने में सहायक है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-66846816875557431142014-01-14T08:57:26.904+04:002014-01-14T08:57:26.904+04:00सही सोच !
मकर संक्रान्ति की शुभकामनाएं !
नई पोस्ट ...सही सोच !<br />मकर संक्रान्ति की शुभकामनाएं !<br />नई पोस्ट <a href="http://www.kpk-vichar.blogspot.in/2014/01/blog-post_13.html#comment-form" rel="nofollow"> हम तुम.....,पानी का बूंद !</a><br />नई पोस्ट <a href="http://www.vichar-anubhuti.blogspot.in/2014/01/blog-post_14.html#links" rel="nofollow">बोलती तस्वीरें !</a><br />कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-63304372197140618882014-01-13T18:54:09.117+04:002014-01-13T18:54:09.117+04:00आत्महत्या करना किसी समस्या का समाधान नही है ! हताश...आत्महत्या करना किसी समस्या का समाधान नही है ! हताशा में किया गया कायरता पूर्ण कार्य है, <br /><br /><b>RECENT POST </b><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2014/01/blog-post_12.html#links" rel="nofollow">-: कुसुम-काय कामिनी दृगों में,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-79040221198088860332014-01-13T15:07:51.211+04:002014-01-13T15:07:51.211+04:00विचारोत्तेजक आलेख.सचमुच आत्महत्या किसी समस्या का स...विचारोत्तेजक आलेख.सचमुच आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है.जीवन की कठिनाईयों,दुश्वारियों से हार जाने वाले ही ऐसा कदम उठाते है.<br />आत्महत्या के सन्दर्भ में फ्रांसीसी समाजशास्त्री इमाइल दुर्खीम ने गहन अध्ययन कर एक किताब लिखी है "Le Suicide".<br />इसमें उन्होंने विभिन्न परिस्थितियों के साथ व्यक्ति के मानसिक आघात सहने की क्षमता को भी जिम्मेवार माना है. राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-63145316499779561372014-01-13T13:24:21.319+04:002014-01-13T13:24:21.319+04:00बीमारी सी फैलती, शुद्ध पलायनवाद |
कायर हुई बहादुरी...बीमारी सी फैलती, शुद्ध पलायनवाद |<br />कायर हुई बहादुरी, बढ़ी आज तादाद |<br />बढ़ी आज तादाद, आत्महंता क्या पाये |<br />छोड़ समस्या भाग, कई अपने तड़पाये |<br />बीते आपद्काल, समस्याएं संसारी |<br />रखिये हिम्मत धैर्य, दूर करिये बीमारी || रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-54853843784332756952014-01-13T13:15:03.433+04:002014-01-13T13:15:03.433+04:00जो चला गया उसको दोषी ठहराना ठीक नहीं है। ये आतंकव...जो चला गया उसको दोषी ठहराना ठीक नहीं है। ये आतंकवादियों से तो अच्छे इंसान होते हैं। अपना ही नुकसान करते हैं दूसरे का नहीं। Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-67077856707929779212014-01-13T09:45:08.304+04:002014-01-13T09:45:08.304+04:00आत्महत्या को किसी भी मायने में उचित नही कहा जा सकत...आत्महत्या को किसी भी मायने में उचित नही कहा जा सकता,बहुत ही बेहतरीन आलेख धन्यबाद आपका। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/11109489794572968835noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7321671200057888004.post-86932710407032318962014-01-13T09:38:07.540+04:002014-01-13T09:38:07.540+04:00आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नही है यह एक का...आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नही है यह एक कायरता पूर्ण कार्य है,बहुत ही प्रेरक आलेख। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/17907506846846876087noreply@blogger.com