भूली-बिसरी यादें
भूली बिसरी यादें पर आप हिन्दी ग़ज़लें , कविताएँ, हाइकु, बोध कथायें और उच्च कोटि के अनमोल वचन पढ़ने को मिलेगा।
रविवार, 26 जनवरी 2020
Happy Republic Day 2020 wish
Labels:
गणतंत्र दिवस,
शुभकामनायें,
Republic Day,
Wish
स्थान:Abu Dhabi
India
शनिवार, 7 अप्रैल 2018
मैं तेरे आरजू से
मैं तेरे आरजू से सख्त घायल हो गया,
इस कदर चाहा की नीम पागल हो गया।
रेत का अबंर रातो रात दलदल हो गया,
रोया कोई इस तरह की सहरा भी जलधल हो गया।
आसुओं का इक समंदर जब्ज कर के दोस्तों,
देखते ही देखते वह शख्स बादल हो गया।
आदमी खूंखार व् वहशी हो गए इस दौर में,
और उनकी मेहरबानी शहर जंगल हो गया।
धूप भी सुहानी थी तुम्हारे साथ-साथ ,
तुम नहीं तो शाम का साया बोझिल हो गया।
रात मैंने ऐसा ख्वाब देखा की क्या कहूँ,
तुझसे लिपटा मैं तेरा रंगीन आँचल हो गया।
हाय वह चेहरा ख्याल आता है अब भी मुझे,
मेरी चश्मे याद से भी वो ओझल हो गया।
उस सलोनी सूरत को आँखों में संजोये,
राज तेरी याद में पागल दीवाना हो गया।
अज्ञात
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