गुरुवार, 28 फ़रवरी 2013

हाइकू :प्रभु नाम की




 
दुखी जीवन  
काम क्रोध लोभ से  
हुआ बेहाल 
 
प्रभु नाम की
मन के आँगन में
जलते दीप 
 
जबसे मिला
प्रभु नाम का साथ
जीवन धन्य
 
मिला सकून
मन के उपवन
खिलते फुल
 
तपती धूप
कृपारुपी छाया में
चलते रहे
 
नश्वर देह
जग के आकर्षण
मोहमाया है
 
उड़ जायेगा
मिट्टी रूपी शरीर
बिना सवारी



 
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17 टिप्‍पणियां:

  1. अतिसुन्दर प्रस्तुति हाइकू - प्रभू नाम की धन्याबाद

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  2. प्रभु नाम की महिमा पर सुन्दर हाइकू।

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  3. बहुत ही सुन्दर है हाइकू।

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  4. प्रभु की कृपा निराली है,सुन्दर हाइकू।

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  5. बहुत ही सुन्दर दोस्त,धन्यवाद।

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  6. बहुत ही सुन्दर हाइकू है आपका आभार।

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  7. सुन्दर प्रस्तुति ,बहुत ही सुन्दर हाइकू

    जवाब देंहटाएं

  8. उड़ जायेगा
    मिट्टी रूपी शरीर
    बिना सवारी

    सब खेल धरा रह जाएगा ,

    जब देख मुसाफिर जाएगा .

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  9. बहुत सुंदर .बेह्तरीन अभिव्यक्ति .शुभकामनायें.

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  10. उड़ जायेगा
    मिट्टी रूपी शरीर
    बिना सवारी,,,

    बहुत सुंदर हाइकू ...

    RECENT POST: पिता.

    जवाब देंहटाएं
  11. प्रभु चरणों में निर्मल वंदन की तरह सभी हाइकू लाजवाब हैं ...

    जवाब देंहटाएं

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