शनिवार, 9 मार्च 2013

मौसम: हाइकू



१.
देखता रहा
बदलते मौसम
छाया अँधेरा
 
२.
हवा के झोंके  
पुल्कित पेड़-पौधे
सिमट गये
 
३.
दिशा बदले
उड़ते हुए पंक्षी
लौट के आये
 
४.
उमड़े मेघ
रिम-झिम  बारिस
बरस गये
 
५.
धरा के रंग
फैली है हरियाली
सुहाना लगे
 
६.
अँधेरी रात
बादलों की ओट से
झाँकता चाँद
 
७.
तारे सितारे
उड़ रहे जुगनू 
चमकते हैं
 
८.
खिला गगन
महकता चमन
फैली चाँदनी



 
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24 टिप्‍पणियां:

  1. सभी हाइकू बहुत बढ़िया हैं,आभार राजेंदर जी।

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  2. मुबारक हो
    सुन्दर हाइकू है-
    सुहाने लगे-

    जवाब देंहटाएं

  3. ४.
    उमड़े मेघ
    रिम-झीम बारिस
    बरस गये(रिम -झिम )

    तारे सितारे


    उड़ते जुगनुएं


    चमकते हैं(उड़ते जुगनू चमकते हैं )

    हाइकु बढ़िया हैं .

    २.
    हवा के झोकें( झोंके)


    पुल्कित पेड़-पौधे


    सिमट गये

    जवाब देंहटाएं
  4. ४.
    उमड़े मेघ
    रिम-झीम बारिस
    बरस गये(रिम -झिम )

    तारे सितारे


    उड़ते जुगनुएं


    चमकते हैं(उड़ते जुगनू चमकते हैं )

    हाइकू बढ़िया हैं .

    २.
    हवा के झोकें( झोंके)


    पुल्कित पेड़-पौधे


    सिमट गये

    हाइकू उत्कृष्ट हैं सभी .

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत ही सुन्दर एवं सार्थक हाइकू....

    जवाब देंहटाएं
  6. वर्षा का बेहतरीन प्रस्तुती हाइकू के द्वारा।

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत ही सुन्दर हाइकू,बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  8. अतिसुन्दर हाइकू,आभार।
    बरसे मेघा

    नाच रहें हैं मोर

    सुन्दर लगे

    जवाब देंहटाएं
  9. आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (10-03-2013) के चर्चा मंच 1179 पर भी होगी. सूचनार्थ

    जवाब देंहटाएं
  10. बहुत बढ़िया हाइकू हैं आपके.........

    जवाब देंहटाएं
  11. उमड़े मेघ
    रिम-झिम बारिस
    बरस गये-----bahut sunder haiku

    जवाब देंहटाएं
  12. वाह ...आपके हाइकू से प्रेरित
    सावन आये
    बुंदियन बरसीं
    छिनक छिन
    इस पर भी एक नजर .....आपका स्वागत है ....
    http://shikhagupta83.blogspot.in/2013/03/blog-post_9.html

    जवाब देंहटाएं

आपकी मार्गदर्शन की आवश्यकता है,आपकी टिप्पणियाँ उत्साहवर्धन करती है, आपके कुछ शब्द रचनाकार के लिए अनमोल होते हैं,...आभार !!!