माँ निरूपमा : हाइकू
१.
माँ की ममता
है बड़ी अनमोल
माँ निरुपमा
२.
दया की मूर्ति
लुटाती हैं खुशियाँ
क्षमा का मूल
३.
उठे जो हाथ
खुशहाली के लिए
माँ अनपूर्णा
४.
माँ का आँचल
स्नेह का महाकोष
जिन्दा जन्नत
५.
ज्ञान की देवी
माँ पथ-प्रदर्शक
हमेशा आगे
६.
माँ का आँचल
ममता भरी छावं
सदा पावन
७.
रूप अनेक
सर्वस्व पूजनीय
सुख दायिनी
Place Your Ad Code Here
waaaaaaaaaaaaaaaaah khub
जवाब देंहटाएंदिल को छूते हाँ सभी हाइकू ... लाजवाब ...
जवाब देंहटाएंsundar haayku..
जवाब देंहटाएंलाजवाब
जवाब देंहटाएंबेहद शानदार रचना राजेंद्र जी, आभार।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लिखा !!
जवाब देंहटाएंगजब के हाईकू ...लाजवाब !!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंअच्छा लिखा है आपने!
बहुत सुंदर,सटीक ...
जवाब देंहटाएंbahut khoobsoorat!
जवाब देंहटाएंbeshak ma Nirupamaa hai
itni pyari rachana k liye aabhaaar :)
बेहद शानदार रचना राजेंद्र जी, आभार।
जवाब देंहटाएंshandar, jandar hiku
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर ...प्यारे से हाइकु
जवाब देंहटाएंbahut acche bhaav
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति सर .... खासकर जी चित्र आपने लगाया है ..... ऐसा एक माँ ही कर सकती है ....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर हाइकु...
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन हाइकू
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर...
:-)
बहुत सुन्दर .....
जवाब देंहटाएंसच भी है माँ की कोई उपमा ही नहीं है
baht badiya likha aapne
जवाब देंहटाएंबहुत खूब,बेहतरीन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर...
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत रचना
जवाब देंहटाएंनोट: पता नही क्या कारण है , मगर आपका ब्लॉग बहत स्लो रेस्पोंस देता है। पेज up/down मे एक मिनिट का बाद एक्शन होता है। कृपया चेक करें