शनिवार, 24 जनवरी 2015

"माँ सरस्वती"





ॐ श्री सरस्वती शुक्लवर्णां सस्मितां सुमनोहराम्।।
कोटिचंद्रप्रभामुष्टपुष्टश्रीयुक्तविग्रहाम्।
वह्निशुद्धां शुकाधानां वीणापुस्तकमधारिणीम्।।
रत्नसारेन्द्रनिर्माणनवभूषणभूषिताम्।
सुपूजितां सुरगणैब्रह्मविष्णुशिवादिभि:।।
वन्दे भक्तया वन्दिता च मुनीन्द्रमनुमानवै:।

आप सभी को माँ सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनायें।
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16 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्‍दर राजेन्‍द्र जी। बहुत ही सुन्‍दर। आपको वसंत पंचमी की हा‍र्दिक शुभकामनाएं। बहुत सुन्‍दर श्‍लोक प्रस्‍तुत किया है आपने।

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  2. वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाये

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  3. बहुत सुंदर. वसंत पंचमी की शुभकामनाएं !

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  4. सार्थक प्रस्तुति।
    --
    आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (25-01-2015) को "मुखर होती एक मूक वेदना" (चर्चा-1869) पर भी होगी।
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    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    बसन्तपञ्चमी की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  5. सुन्दर श्लोक ...
    ब्सब्त पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें ...

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  6. वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाये

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  7. वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाये

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  8. सुंदर स्तुति....माँ सरस्वती सभी पर ज्ञान रूपी आशीर्वाद बरसाती रहें!!

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  9. उम्दा....बेहतरीन प्रस्तुति के लिए आपको बहुत बहुत बधाई...
    नयी पोस्ट@मेरे सपनों का भारत ऐसा भारत हो तो बेहतर हो
    मुकेश की याद में@चन्दन-सा बदन

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  10. अध्‍यात्‍म की ओर ले जाने वाली पोस्‍ट।

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आपकी मार्गदर्शन की आवश्यकता है,आपकी टिप्पणियाँ उत्साहवर्धन करती है, आपके कुछ शब्द रचनाकार के लिए अनमोल होते हैं,...आभार !!!