१.
मेरी ही छाया
करती मेरी पीछा
भागता रहा
२.
मन भी सदा
रहता चिन्तन में
अँधियारा है
३.
करता रहा
रौशनी की तलाश
व्यर्थ का काम
४.
चलती नैया
साहिल के सहारे
लम्बा सफर
५.
अंजाना रास्ता
जोश पर सागर
भटकते हैं
६.
थमा तूफान
छट गया अँधेरा
निकला चाँद
७.
सूरज उगा
मिला नवजीवन
आई बहार
विशेष : प्रिय मित्रों मैं हाइकू लिखने का अभी प्रयास ही कर रहा हूँ,इसके मर्म को समझने का कोशिस कर रहा हूँ.आपसब से मार्गदर्शन की आशा है.
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बहुत ही सुन्दर बने हैं हाइकू,धन्यबाद.
जवाब देंहटाएंकरता रहा
जवाब देंहटाएंरोशनी की तलाश
व्यर्थ का काम
बहुत सफल प्रयास श्री राजेन्द्र जी
अग्रिम शुभकामनाएं..
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंअच्छा प्रयास है...लिखते रहिए...बधाई और शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंसमय निकालकर कभी
http://hindihaiku.blogspot.in/
पर भी हाइकुओं को देखें:
होली की शुभकामनाएँ!
सादर/सप्रेम,
सारिका मुकेश
सफल प्रयास ....
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत शुभकामनाएं .....
बहुत ही सार्थक हाइकू,बेहतरीन प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया ...
जवाब देंहटाएंलिखते रहिये , मेरी शुभकामनाये आपके साथ है
बहुत ही सुन्दर,सार्थक हाइकू
जवाब देंहटाएंसुन्दर व सार्थक हाइकू
जवाब देंहटाएंमेरी ही छाया
जवाब देंहटाएंकरती मेरी पीछा
भागता रहा
....बहुत सुन्दर और सार्थक हाइकु....
बहुत बढ़िया।
जवाब देंहटाएंबढ़िया पोस्ट शुक्रिया आपकी टिप्पणियों का .बढ़िया हाइकू बढ़िया बिम्ब ,भाव कणिकाएं .
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढियां हाइकू हैं.
जवाब देंहटाएंbehtrin aur sundar haikoo,dhnyabad.
जवाब देंहटाएंसार्थक हैं सभी हैकू...आभार
जवाब देंहटाएंसूरज उगा
जवाब देंहटाएंमिला नवजीवन
आई बहार
बहुत ही उम्दा किस्म के हाइकू,धन्यबाद मित्र.
बहुत ही सराहनीय प्रयास,सुन्दर हाइकू....
जवाब देंहटाएंसादर आभार.
जवाब देंहटाएंउत्साहवर्धन के लिए आप सभी को मेरा सादर आभार.
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर ...
पधारें "चाँद से करती हूँ बातें "
बहुत ही बढियां हाइकू हैं...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन..
:-)
जवाब देंहटाएंफाग मुबारक फाग की रीत और प्रीत मुबारक
फाग मुबारक फाग की रीत और प्रीत मुबारक
जवाब देंहटाएं१.
मेरी ही छाया
करती मेरी पीछा
भागता रहा
बहुत बढ़िया बिम्ब ,जीवन का यथार्थ कहो या हाइकू ,हाइपरटेंशन की तरह शाश्वत है .
Virendra Sharma @Veerubhai1947 28m
जवाब देंहटाएंram ram bhai
मुखपृष्ठ
शनिवार, 23 मार्च 2013
आखिर सारा प्रबंध इटली का ही तो है यहाँ .
http://veerubhai1947.blogspot.in/
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Virendra Sharma @Veerubhai1947 33m
इटली के ही पास गिरवीं है भारत की नाक http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2013/03/blog-post_23.html …
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सूरज उगा
मिला नवजीवन
आई बहार
वाह ! सुंदर हाइकु !
हार्दिक शुभकामनाओं मंगलकामनाओं सहित…
-राजेन्द्र स्वर्णकार
ब्लॉग पर आपका स्वागत है राजेंद्र जी.
हटाएंछोटे-छोटे शद्ब पर गहरी अभिव्यक्ति की है हायकु में। जीवन के भीतर ऐसे कई प्रसंग होते हैं कि जो हमें भावुक करते हैं पर समय अभाव के कारण उन्हें बांधते नहीं जिससे भावनाओं की भी हानि होती है और खूबसूरत पलों की भी। राजेंद्र जी आपने समय पर इन पलों को संभाल कर शद्बों में सजाया है।
जवाब देंहटाएं.बढ़िया हाइकू
जवाब देंहटाएंlatest post भक्तों की अभिलाषा
latest postअनुभूति : सद्वुद्धि और सद्भावना का प्रसार
bahut, bahut badhiya!!!
जवाब देंहटाएंbahut sundar hiku
जवाब देंहटाएंलाजवाब लाजवाब कोशिश है। बहुत जल्द इस विषय में भी पकड़ हो जाएगी।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर हाईकु !
जवाब देंहटाएंहाईकु विधा तो गागर में सागर भरने जैसा काम करती है...
~सादर!!!
बहुत ही सुन्दर हाइकू,बेहतरीन...
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर!
जवाब देंहटाएं