जिस दिन से
तुम आई मेरी जिंदगी मे
जीवन के प्रत्येक दिन
मानो दिवाली है.
तुम से दूर रहकर
नही कर सकता कल्पना
हर पल महसुस करता
अंतरात्मा की आवाज
जिस में हम एक साथ
कर रहें हैं वीणा का वादन
साथ बिताये हसींन लम्हे
हरपल आँखों के सामने
मानों चल रहा है चलचित्र
अपनी आँखों के सपने
पाता हूँ तुम्हारी आँखों में
जीवन का अपना हर धागा
है सुलझा हुआ
दिल की आत्मीयता दिव्य बन जाता है.
आपकी बाँहों का सहारा
मुझे लगता है मुझे मिल गया है
पूरी दुनिया के आकर्षण
हमारा प्यार एक मंदिर की तरह
जीवन के हर उतार चढाव में
मिला हमेशा तुम्हारा साथ
धन्य है उस इश्वर का
जो भेजा तुम्हे हमारी
जिन्दगी में।
******
Place Your Ad Code Here
बहुत ही अच्छी लगी मुझे रचना........शुभकामनायें ।
जवाब देंहटाएंसुबह सुबह मन प्रसन्न हुआ रचना पढ़कर !
खुबसूरत प्रस्तुति भाई राजेन्द्र जी-
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें-
साथ बना रहे दीवाली होते रहे !
जवाब देंहटाएंसुंदर !
प्रेम की सुन्दर अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंमानस
जवाब देंहटाएंपटल पर
गूँज उठा महीन स्वर
हलो !
मन
झूम उठा
गाने लगा गाना
चलो
दिलदार
चलो …………!!
- शरद जायसवाल कटनी म.प्र. इंडिया
मो. 9893417522
बहुत सुंदर .
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावमयी रचना....
जवाब देंहटाएंगहरी अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंप्रेम में प्रेम का गीत।
जवाब देंहटाएंबहुत ही प्यारी दिल से लिखी रचना...
जवाब देंहटाएंसुंदर..
शुभकामनाएँ...
:-)
shadi ki sal girah to nahi hai ?baharhaal sath bna rahe ..sundar geet ..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रेम से भरा गीत !
जवाब देंहटाएंनई रचना : सुधि नहि आवत.( विरह गीत )
भावपूर्ण रचना प्रेम आदर आपस में सदैव बना रहे
जवाब देंहटाएंशुभकामनाओं के साथ !
behad sundar rachna...pyar aur ehsas say bhari
जवाब देंहटाएं"शब्दों की मुस्कुराहट पर
जवाब देंहटाएं...संग्रहनीय लेखन बड़ी शख्सियत -- प्रवीण पाण्डेय जी
"
सुन्दर.अच्छी रचना.रुचिकर प्रस्तुति .; हार्दिक साधुवाद एवं सद्भावनाएँ
जवाब देंहटाएंकभी इधर भी पधारिये ,
बहुत सुन्दर प्रस्तुति राजेन्द्र जी , प्रेममय और भावमय ...
जवाब देंहटाएंप्रेम की सुन्दर अभिव्यक्ति.शुभकामनाओं के साथ !
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी लगी मुझे रचना........शुभकामनायें ।
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण रचना प्रेम आदर आपस में सदैव बना रहे
जवाब देंहटाएंशुभकामनाओं के साथ !
bahut hi khubsurat rachna |
जवाब देंहटाएंरब ने भावनाओं को लेखन से प्रकट करने का हुनर मानव को ही दिया है,आपने उसका सुन्दर उपयोग किया है..
जवाब देंहटाएं